नागपुर – अतुल कोटेचा को महाराष्ट्र के उद्योग-व्यापार सेल का अध्यक्ष बनाए जाने पर सर्वत्र ख़ुशी जताई जा रही है।व्यापार-जगत से लंबे अरसे से जुड़े व्यक्ति को इस पद पर महाराट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्य्श श्री नाना पटोले ने अतुल कोटेचा क़ो उत्तर महाराट्र, मराठवाडा, व विदर्भ का प्रभार दिया गया. कांग्रेस पार्टी के इस निर्णय की सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं व व्यापारियों ने मुक्तकंठ से सराहना कर रहे हैं।
कोटेचा,स्वयं एक व्यापारी होने के नाते व्यापारियों और उद्योजकों की समस्याओं से बखूबी वाकिफ हैं और उनके निराकरण की दिशा में ठोस प्रयास करेंगे ऐसी उम्मीद व्यापारिक संगठनों को है। विदित है कि कोरोना महामारी के कारण सर्वाधिक प्रभावित व्यापार-उद्योग क्षेत्र ही है।कोरोना के चलते एक लंबे लाॅकडाउन के कारण हुए आर्थिक नुकसान से आज तक व्यापारी नहीं उबर पाया है और अब भी लाॅकडाउन का अंदेशा है। ऐसे में महाराष्ट्र के व्यापार-उद्योग सेल के मुखिया के तौर पर उनकी नियुक्ति से बडी उम्मीदें जगी हैं कि वे व्यापारियों को इस संकट से उबारने में शासन-प्रशासन के स्तर पर मदद करवाएंगे।श्री अतुल कोटेचा ने अपना राजनीतिक सफ़र इतवारी वार्ड से शुरू कर प्रदेश की राजनीति करते हुए अनेक युवाओं को कांग्रेस पार्टी से जोड़ा.
इसके साथ-साथ बाजारों और औद्योगिक क्षेत्रों की ढेरों समस्याएं आज भी जस की तस है। इनके समाधान के लिए उन्हें आवाज बुलंद करनी होगी।कर संबधी सरकारी नीतियों और प्रशासनिक स्तर पर आने वाली कई परेशानियों से निजात दिलाने में उनका सक्रिय सहयोग मिलेगा। बाजारों में प्रसाधनों की सुविधाओं का मुद्दा भी बहुत अहम है। आज़ बाजारों में आने वाले ग्राहकों को प्रसाधन के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ता है, ख़ासकर महिला वर्ग की परेशानी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।व्यापारिक संगठनों ने इस मुद्दे को प्राथमिकता के क्रम मेंं हल कराने की जरुरत बताई है। उल्लेखनीय है कि अनेक बार मांग उठाने के बाद भी आज तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।ऐसी कई समस्याएं हैं जिनके समाधान की उम्मीद कोटेचा की पहल पर हो सकती हैं।
अपनी नियुक्ति के जवाब में कोटेचा ने शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी पार्टी ने सौंपी है उसे निभाने का भरसक प्रयास करेंगे और व्यापार-उद्योग जगत की समस्याओं को एक-एक कर हल करेंगे।इस हेतु सारे प्रदेश का दौरा कर ज़मीनी परेशानियों को समझ कर उन्हें दूर करने में जुट जाएंगे। उन्होंने दोहराया कि वे खुद एक व्यापारी हैं और आज़ के हालातों में व्यापारी किस दौर से गुजर रहा है यह उनसे छिपा नहीं है। बहुत जल्द व्यापारिक संगठनों से एक-एक कर संवाद साधने की भी योजना है।