– एशियाटिक बिग कैट सोसाइटी और रोटरी एलीट की ओर से अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया
नागपुर :- बाघ प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र के चरम पर हैं और बाघों का संरक्षण प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण है, आईएफएस अधिकारी भरत सिंह हाडा ने कहा। वह 29 जुलाई, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ नागपुर एलीट और एशियाटिक बिग कैट सोसाइटी द्वारा आयोजित एक स्लोगन और बैनर प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित कर रहे थे।
यह कार्यक्रम शहर के सिविल लाइंस में विज्ञान संस्थान के नजदिक मौजुद बाघ की प्रतिमा के पास आयोजित किया गया था। इस अवसर पर एशियाटिक बिग कैट सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. गिरीश गांधी, एशियाटिक बिग कैट सोसाइटी के सचिव अजय पाटिल, रोटरी क्लब नागपुर एलीट की अध्यक्ष डॉ. सुषमा देशमुख प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
भरतसिंह हाडा ने न केवल बाघों बल्कि पूरे जंगली जानवरों की रक्षा करने की आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने संक्षेप में इस बात पर भी प्रकाश डाला कि बाघों की जनगणना कैसे की जाती है और इसके लिए पूरी प्रणाली कैसे काम करती है। उन्होंने कहा, “लाखों लोग और कैमरे इस काम में लगे हुए होते हैं। डॉ. गिरीश गांधी ने बाघ संरक्षण पर की गई पहल की भी सराहना की और प्रतिभागियों का उत्साह बढाया ।
शुरुआत में द एशियाटिक बिग कैट सोसाइटी के सचिव अजय पाटिल ने कार्यक्रम की शुरुआत में बाघ संरक्षण के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने एशियाटिक बिग कैट सोसाइटी द्वारा आयोजित की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी । उन्होंने आज के दिन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यदि बाघ सुरक्षित हैं, तो पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित रहेगा। चूंकि नागपुर एक टायगर कैपिटल है, इसलिए उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य इस तरह की पहल के माध्यम से लोगों में जागरूकता पैदा करना है।
प्रथम पुरस्कार सेंट उर्सुला स्कूल की कृषिता और दूसरा पुरस्कार सेंटर प्वाइंट स्कूल की आनंदिता को दिया गया। सेंटर प्वाइंट स्कूल के काव्यांश को एक विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसने छाते पर बाघ संरक्षण का संदेश दिया। सेंटर प्वाइंट स्कूल की दिव्यांशी और गुरनीत को भी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया।
शुभंकर पाटिल, ममता जायसवाल, सेंटर प्वाइंट स्कूल की आसावरी मैडम, सबिना फारुकी, रेणू मुनियाल, क्लब सचिव प्रमोद मिसाल, हरविंदर सिंह मुल्ला, शिल्पाली भालेराव, सयाली पट्टीवार, प्रीति पाटिल, मनीष जायसवाल, मनीष धोटे, राजू असवले, वर्षा सिंह ने आयोजन को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।
बारिश में स्कूली बच्चों का उत्साह!
नागपुर में विभिन्न स्कूलों के छात्र हाथों में पोस्टर और बैनर लिए ‘बाघ बचाओ-पर्यावरण बचाओ’ के नारे लगाते देखे गए। इसके अलावा क्रिएटिव मैसेज और तस्वीरों वाले पोस्टर सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए। ‘टाइगर जंगल की जान है और भारत की शान है’, ‘हियर देयर रोअर ,ऍज दे वूड बी नो मोर’; ‘स्पिक अप फॉर टायगर्स’ जैसे क्रिएटिव पोस्टर और स्लोगन इस कार्यक्रम में देखे गएं।