– भारत रत्न डॉ. आंबेडकर के आदर्शों का किया अनुसरण
नागपुर :- भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जी ने कहा था, “शिक्षा ग्रहण करो, संगठित हो और संघर्ष करो!” इसी आदर्श को अपनाते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए दक्षिण-पश्चिम नागपुर से वंचित बहुजन आघाड़ी के आधिकारिक प्रत्याशी भीमपुत्र विनय भांगे ने चुनावी माहौल के बावजूद अपनी प्राथमिकता शिक्षा को दी है। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद, वो राजनीति को दरकिनार करते हुए पहले एलएलबी के इम्तिहान देने गए। तथा उन्होंने पूरे दिन किसी भी राजनीतिक गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया।
भीमपुत्र विनय पुरुषोत्तम भांगे, जो आज के युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने शिक्षा और सामाजिक नेतृत्व का अनूठा समन्वय किया है। वे अपने व्यस्त सामाजिक और राजनीतिक जीवन में भी शिक्षा को प्राथमिकता देते हैं, जो उनकी ताजा शैक्षणिक उपलब्धियों से स्पष्ट होता है।
राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के अंतर्गत, विनय भांगे वर्तमान में एल.एल.बी. (3 साल) के छठे सत्र में अध्ययन कर रहे हैं। इस सत्र में वे “संपत्ति हस्तांतरण कानून,” “महिला और कानून,” और “पर्यावरण कानून” जैसे तीन प्रमुख विषयों की परीक्षा देंगे।
सामाजिक कार्यों में अग्रणी विनय भांगे न केवल एक राजनीतिक नेता हैं, बल्कि शिक्षा को महत्व देने वाले प्रेरणादायक युवा नेतृत्व हैं। वे अपने जीवन में शिक्षा की महत्ता को हमेशा प्राथमिकता देते रहे हैं, और इसी सोच के कारण वे नई पीढ़ी के सामने एक आदर्श बने हैं। जहां अधिकतर वरिष्ठ नेताओं को मानद डी. लिट की उपाधि प्रदान की जाती है, वहीं भीमपुत्र विनय भांगे अपने दम पर शैक्षिक उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं, जो उन्हें अन्य स्थापित नेताओं और राजनीतिज्ञों से अलग बनाता है।
भीमपुत्र विनय भांगे की प्रेरणा से युवाओं में एक नई दिशा और आदर्श का निर्माण हो रहा है। उन्होंने समाज में शिक्षा और नेतृत्व के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया है।