– आचार्य आर्यनंदीजी महाराज का अवतरण दिन महोत्सव
नागपुर :- श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल और अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आचार्यश्री आर्यनंदी गुरुदेव का 117 वें अवतरण दिवस महोत्सव का आयोजन श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल महावीर नगर के सभागृह में किया गया |कार्यक्रम की शुरुआत सुबह प्रभात फेरी से हुई जिसमें काफी संख्या में जैन समुदाय उपस्थित था। प्रभातफेरी महावीरनगर स्थित मंदिर से निकल कर जगनाडे चौक, ग्रेट नाग रोड, महावीरनगर परिसर होते हुए मंदिर में पहुंची। श्री दिगंबर जैन युवक मंडल ने ज्यूस का वितरण किया | प्रभातफेरी में हमारी पाठशाला उच्च विद्यामंदिर के छात्रों का लेजिम नृत्य आकर्षण का केंद्र था। रिदम ढोल ताशा पथक ने सुंदर वादन किया। मंच पर अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप घेवारे, राष्ट्रीय महामंत्री नितिन नखाते, श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल के अध्यक्ष चंद्रकांत वेखंडे, राष्ट्रीय सहमंत्री द्वय राजेंद्र नखाते ,रुपेश वायकोस, डॉ. रविंद्र भुसारी, डॉ.नरेंद्र भुसारी, प्रकाश मारवडकर, दिलीप राखे, श्रीकांत धोपाडे, श्रीकांत मानेकर, संतोषदादा सावलकर प्रमुख रूप से उपस्थित थे| अतिथियों का स्वागत सत्कार संस्था के पदाधिकारीयो द्वारा किया गया | दीप प्रज्जवलन मंचासीन अतिथियों ने किया | मंगलाचरण और दीप नृत्य प्रकाश वाकेकर, अंजूषा पांडवकर, श्रेयांस मारवड़कर और संगठन मंडल की महिला शाखा ने किया | श्याम पोहरे और श्रुति पोहरे बंड ने आचार्य आर्यनंदी गुरुदेव पर रचित गीत की सुंदर प्रस्तुति दी |कार्यक्रम में स्वहितवाल संदेश मुख्य पत्रिका का विमोचन जिसके संपादक डॉ रविंद्र भुसारी, सहसंपादक संतोषदादा सावलकर है का विमोचन संस्था के अध्यक्ष दिलीप घेवारे और उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया| आर्यनंदी नमोस्तुते का विमोचन संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप घेवारे उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया | संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप घेवारे ने कहा कि गुरुदेव के अवतरण दिन महोत्सव की शुरुआत नागपुर से हुई है और कार्यक्रम का समापन ढोरकिन में होगा |उन्होंने इस भव्य कार्यक्रम के लिए नागपुर समाज का धन्यवाद माना और संस्था के कार्यों से अवगत कराया |उन्होने कहा गुरूदेव का जीवन आनेवाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायी रहेगा। तीर्थों की रक्षा के लिए गुरुदेव ने पैंतीस हजार किलोमीटर पदविहार किया। तीर्थ बचेगा तो जैन धर्म बचेगा | आचार्यश्री आर्यनंदी गुरुदेव का पूजन, अष्टक जैन समाज की सभी महिला शाखा ने किया इसमें प्रमुखता से महावीर विमेन्स क्लब , श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल महिला शाखा, श्री दिगंबर जैन युवक मंडल महिला शाखा, स्नेह महिला मंडल अंबा नगर, पुलक मंच परिवार महल शाखा , श्री चन्द्रप्रभु दिगंबर जैन मंडल बाहुबलीनगर महिला शाखा, लक्ष्मीनगर दिगंबर जैन मंदिर महिला शाखा, पुलक मंच परिवार महावीर वार्ड शाखा ने सहयोग दिया| उपस्थित सभी गुरु भक्तो ने बड़े भक्ति भाव से पूजा अर्चना की |
*मोह बड़ा दुर्गति का कारण हैं*
वात्सल्य रत्नाकर मुनिश्री स्वात्मनंदीजी गुरुदेव के सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन किया|गुरुदेव ने कहा कि मोह जितना प्रबल होता है उतनी ही दुर्गति होती है |मोह अंतिम सांस तक नहीं छोड़ता है|मोह बड़ा दुर्गति का कारण होता है| मोह को त्यागना ही उचित है मोह को छोड़े बिना आत्मा का कल्याण नहीं होता| उन्होंने कथा के माध्यम से कहीं उदाहरण पेश किए |और कहां की मोह का त्याग कर के ही हम अपने आत्मा का कल्याण कर सकते हैं | समारोह का संचालन नितिन नखाते और श्रीकांत धोपाडे ने किया।
कार्यक्रम की सफलता के लिए श्रीकांत तुपकर, सुनील फरसुले, उमेश फुलंबरकर, अरविंद हनवंते, सुभाष मचाले, प्रशांत सवाने, प्रवीण भेलांडे, रमेश तुपकर, शरद वेखंडे, विशाल चानेकर, मनोज बंड, अमोल बंड आदि ने सहयोग किया।