पुलक मंच परिवार द्वारा महिला दिवस का भव्य आयोजन
नागपुर : अखिल भारतीय पुलक मंच परिवार, राष्ट्रीय जैन महिला जागृति मंच शाखा महावीर वार्ड नागपुर द्वारा विश्व महिला दिवस का भव्य आयोजन ग्रेट नाग रोड महावीरनगर स्थित श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल के सभागृह में किया गया.
समारोह की अध्यक्षता कुंदकुंद शिक्षण संस्था की संचालक जयश्री राजेंद्र नखाते ने की मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय की अधिवक्ता मंजीत मतानी, समाजसेविका उषा अभयकुमार पनवेलकर थी. अतिथि राष्ट्रीय जैन महिला जागृति मंच की राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा डॉ. रिचा जैन, वैशाली सुधाकर कोहले उपस्थित थी. इस अवसरपर कर्तुत्ववान, प्रेरक महिलाओं का सम्मान किया गया जिसमें नागपुर स्मार्ट सिटी की महाप्रबंधक डॉ. प्रणिता उमरेडकर, कवयित्री चित्रा कहाते, क्रीडा शिक्षिका अर्चना कोट्टेवार, धार्मिक कार्य के लिए डॉ. विमला जैन, जीवन में परिश्रम कर सफलता हासिल करने के लिए उज्जवला नेटके, अपने जीवन में संघर्ष कर आगे बढ़नेवाली बेटी आकांक्षा झाडे का सम्मान अतिथियों के हस्ते शाल, धर्म दुपट्टा, मोतियों की माला, शक्कर की गांठी, किताब, सम्मान पत्र देकर किया गया. समारोह का सूत्रसंचालन शुभांगी लांबाडे, मनीषा शहाकार ने किया. सम्मान पत्र का वाचन और आभार प्रदर्शन महिला मंच की महामंत्री प्रतिभा नखाते ने किया समारोह की प्रस्तावना महिला मंच की अध्यक्षा कल्पना सावलकर ने रखी. सत्कार मूर्तियों का परिचय ममता रणदिवे, मनीषा शहाकार, शीला भांगे, ज्योति भुसारी, प्रिया बंड, प्रतिमा सावरकर ने दिया. मनमोहक नृत्य प्रस्तुति धनश्री कापसे और महिला मंच की सदस्याओं ने दी स्वागत गीत महिला मंच की सदस्याओं ने प्रस्तुत किया.
इस अवसरपर संबोधन में अधि. मंजीत मतानी ने कहा महिला को परिभाषित नहीं किया जा सकता. महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता हैं. महिलाएं एकजुट हो जाएं तो उन्हे कोई शक्ति नहीं हिलाती. एकजुटता से एकता संभव हैं. जहां जहां महिला एक साथ खड़ी हुई तो इतिहास बन जाता हैं. महिलाओं ने अपने शक्ति को पहचानना चाहिए. एकता केवल प्रेम हैं. तीर्थंकरों की बात सुने तो जीवन बदल जायेगा.
स्मार्ट सिटी की महाप्रबंधक डॉ. प्रणिता उमरेडकर ने कहा सक्षम समाज करने का काम हम सभी कर रहे हैं. परिवार जीता हैं तो देश भी जीता हैं. परिश्रम किए बिना कोई फल नहीं मिलता. परिवार में समन्वय जरूरी, समन्वय से ही सांस बहु में रिश्ता अच्छा जमेगा. प्लास्टिक का उपयोग करना सभी ने छोड़ देना चाहिए. अपने आसपास या कही भी प्लास्टिक नही जलाना चाहिए. प्लास्टिक ऐसा ही जलाते रहोगे आनेवाले कुछ वर्षो में पीठ पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर घूमना पड़ेगा. कोरोना महामारी के समय हम सभी ने देखा की ऑक्सीजन कितना महत्वपूर्ण होता हैं. प्लास्टिक उपयोग करना सभी छोड़ दे.
नागपुर की विभिन्न 50 महिला मंडलों के प्रतिनिधियों को विशेष सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के आयोजन, सफलता के लिए सुनंदा मचाले, मनीषा नखाते, रूपाली पंडित, शीला भांगे, मनीषा रोहने, विभा भागवतकर, ममता रणदिवे, ज्योति भुसारी, प्रतिमा सावरकर, मनीषा शहाकार, निकिता मुधोलकर, आरती महात्मे, मंगला मेंढे, योगिता जैन, नीलिमा भुसारी आदि ने परिश्रम किया.