नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमर उजाला से बातचीत में यह भी दावा किया है कि पूर्वोत्तर में उग्रवाद के खिलाफ उनकी सरकार को ऐतिहासिक सफलता हासिल हुई है और यह करीब-करीब खत्म हो चुका है…
उन्होंने पूरे पूर्वी भारत खासकर पूर्वोत्तर भारत के साथ भेदभाव किया। क्या आप जानते हैं कि पूर्वोत्तर में हजारों ऐसे गांव हैं, जहां आजादी के 70 साल बाद भी बिजली नहीं थी, वहां के लोग अंधेरे में जी रहे थे। लेकिन, हमने इन सभी गांवों में बिजली पहुंचाई है।
क्या आपको नहीं लगता कि बोगीबीला और ढोला सदिया पुलों के निर्माण में देरी से व्यापार और विकास कार्यों में नुकसान हो रहा था। हमने इन पुलों का निर्माण भी पूरा किया। क्या आप जानते हैं कि वे लोग पूर्वोत्तर के लोगों की वेशभूषा और संस्कृति का मजाक उड़ाते हैं, जबकि मुझे उनके परिधान पहनना बेहद पसंद है। क्या आपको इसका अहसास नहीं कि वे इन राज्यों में केवल चुनाव के समय ही जाते थे। जबकि हमारे लिए यह सिर्फ चुनावी विषय नहीं है। हमारी सरकार के मंत्री अमूमन हर सप्ताह पूर्वोत्तर के राज्यों में जाते रहे हैं।
क्या आप जानते हैं कि वे एक अदद कानून तक नहीं बदल पाए? उन्होंने बांस को वृक्ष की श्रेणी में बनाए रखा, जिससे लोगों का जीना मुश्किल था। हमने इसे बदलकर वहां के लोगों की मुश्किलें आसान कर दीं। क्या आप यूपीए और एनडीए शासन के दौरान आई हिंसा में कमी को महसूस नहीं करते? उग्रवाद में ऐतिहासिक कमी आई है और करीब-करीब खत्म हो चुका है।
2024 तक 50 हजार नए स्टार्टअप को बिना बैंक गारंटी 50-50 लाख के लोन दी जाएगी।दोबारा प्रधानमंत्री बनने पर आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी? विकास के मामले में हमारा रिकॉर्ड शानदार रहा है। हमने अपने इन कार्यक्रमों को तय लक्ष्यों के साथ आगे भी जारी रखने का फैसला किया है। हम अपने देश को दुर्बल पांच की श्रेणी से निकालकर सबसे तेज विकसित हो रही अर्थव्यवस्था बनाने में सफल रहे हैं। हमारा अगला लक्ष्य 2025 तक इसे फाइव ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था में तब्दील करना है। पहले पांच साल में हम लुटेरों को जेल के दरवाजे तक लाने में कामयाब रहे। हम सुनिश्चित करेंगे कि भ्रष्टाचार में शामिल लोग जेल जाएं। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करेंगे।
2014 में देश में मोबाइल और इसके पार्ट्स बनाने की सिर्फ चार यूनिट थीं, अब यह 268 हो चुकी हैं। हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने को प्रतिबद्ध हैं। हाईवे बनाकर, सभी गांवों में बिजली पहुंचाकर, गैस कनेक्शन देकर हमने आम लोगों की जिंदगी आसान बनाई है। अब हम अगली पीढ़ी के लिए गैस ग्रिड, वाटर ग्रिड और इन्फॉर्मेशन हाइवे जैसी आधुनिक सुविधाओं का निर्माण करेंगे।
स्टार्ट अप इंडिया के जरिये युवाओं को नौकरी तलाशने वाले से नौकरी देने वाले बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। इसे अगले स्तर पर ले जाते हुए 2024 तक 50 हजार नए स्टार्ट अप को 50 लाख तक का लोन बिना बैंक गारंटी के देने की नई योजना शुरू करेंगे। पीएम किसान योजना शुरू की। आगे इसके दायरे में हर किसान को लाया जाएगा। असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा दी है। भविष्य में छोटे दुकानदार व छोटे किसानों के लिए भी पेंशन योजना की शुरुआत करेंगे।
हमने भारतमाला और सागरमाला जैसी विशाल परियोजनाओं की शुरुआत की है, जिनकी लागत 5.36 लाख करोड़ व आठ लाख करोड़ है। अगले चरण में, कृषि-ग्रामीण क्षेत्र के लिए 25 लाख करोड़ और विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में 8-10% जीडीपी दर बनाए रखने की कोशिश होगी। इससे पहले, जब भी हमने यह विकास दर हासिल की है, महंगाई व बैंकिंग सेक्टर में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। महंगाई पर काबू व बैंकिंग प्रणाली में सुधार कर हमने तेज विकास दर बनाए रखने का फ्रेमवर्क तैयार कर लिया है।
शिक्षा-सेहत में हमारा लक्ष्य विश्वस्तरीय गुणवत्ता हासिल करना होगा। पाठ्यक्रम अपडेट किया जाएगा। शिक्षकों के खाली पद भरे जाएंगे, शोध पर जोर होगा और शिक्षा को इंडस्ट्री से जोड़ने की कोशिश होगी। वर्कफोर्स को शिक्षित व स्किल्ड बनाए बिना 8-10% विकास दर टिकाऊ नहीं हो सकती। गरीब व किसानों के सशक्तीकरण की दिशा में सबके लिए पक्का घर, किसानों की आय दोगुना करने की योजनाएं 2022 तक पूरी करेंगे।