– इसलिए मोदी-शाह के लिए महत्वपूर्ण है……. नज़रअंदाज किये तो हो सकता है ‘बेड़ा गर्क’
नागपुर :- भाजपा भले ही राज्य में सत्ता स्थापन कर ले लेकिन न अजित को और न ही शिंदे को नज़रअंदाज कर सकती हैं.वैसे आंकड़ों के हिसाब से भाजपा अकेले कुछेक निर्दलीय विधायकों की सहायता से सत्ता हासिल कर सकती है,बिना अजित एनसीपी और एकनाथ सेना के……लेकिन ऐसा की तो सत्ता पलटने में अजित-एकनाथ को देरी नहीं लगेगी।
सबसे अहम् बात यह है कि एकनाथ के पास केंद्र के अर्बन डेवलपमेंट विभाग अंतर्गत राज्य में हुए या किये गए धांधली की फेरहिस्त हैं,वह भी पिछले 10 साल की और दूसरा केंद्र सरकार में शिंदे सेना तीसरा बड़ा सहयोगी है,अगर यह किसी कारण हट गए तो नितीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू कभी भी सरकार गिराने के लिए सक्षम बन सकती हैं.यह अंदेशा भांप मोदी-शाह की जोड़ी एकनाथ शिंदे को अहमियत दे रही हैं.
अब सवाल यह है कि सरकार में एकनाथ शिंदे क्या ‘उप’ पद लेकर शामिल होंगे ? जो एकबार मुख्य पद संभाल चूका है उसे ‘उप’ के रूप में काम कारण आसान नहीं होगा……… यह देवा भाऊ के लिए आसान रहा होगा क्यूंकि उन्हें किसी भी सूरत में सत्ता चाहिए था वह भी शरद पवार और उद्धव ठाकरे को सबक सिखाने के लिए.
जब देवा भाऊ ने ‘उप’ की भूमिका स्वीकारी थी तब उन्हें ‘मुख्य’ सा अधिकार सह प्रमुख-प्रमुख विभागों सह सभी महत्वपूर्ण मामलों में शामिल करने सह दखल देने का अधिकार भी दिया गया था……. अब एकनाथ शिंदे भी कुछ ऐसा ही चाह रहे.अगर ऐसा कुछ नहीं मिला तो शायद उनकी पार्टी/सेना सरकार में रहेगी लेकिन वे नहीं रहेंगे।उनकी जगह उनका पुत्र जो ‘तेजतर्रा खासदार’ है उसे महत्वपूर्ण विभाग सह उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता हैं ?
लेकिन इस मामले में भी देवा भाऊ को अड़चन हो सकती है क्यूंकि श्रीकांत शिंदे में ‘करंट ‘ हैं जो देवा भाऊ के लिए सरदर्दी बढ़ा सकते हैं.इसलिए देवा भाऊ जैसे भी हो चाहेंगे कि मंत्रिमंडल में समन्वय कायम रखने के लिए ‘एकनाथ’ का होना जरुरी हैं,जिसके लिए प्रयासरत हैं.
रहा अजित पवार का तो वे वित्त मंत्रालय और उनके सांसदों में से एक को केंद्र में कैबिनेट मंत्री पद मिल जाए तो वे संतुष्ट हो जाएंगे।भले राज्य में कम मंत्रालय उनके हाथ आये,वे बतौर वित्त मंत्री सभी मंत्रालय में दखल भी रखेंगे और अपने जिलाध्यक्षों सह तमाम कार्यकर्ताओं को भी एकजुट रखने में सक्षम रहेंगे।
अब देखना यह है कि मंत्रिमंडल में देवा भाऊ के साथ एकनाथ और अजित किस रूप में किस भूमिका में नज़र आते है,इसके बाद भाजपा कोटे से कौन कौन मंत्रिमंडल में शामिल होता है,नागपुर जिले से फ़िलहाल कैबिनेट में देवा भाऊ सह बावनकुले शायद नज़र आएंगे।बतौर राज्य मंत्री प्रवीण दटके(शहरी विकास) और आशीष देशमुख (कृषि विभाग) का समावेश हो सकता हैं.