– सभी रेल्वे क्वार्टर में बाटा गया पंखे का दूसरा रिमोट
नागपुर :- दक्षिण पूर्व रेलवे , नागपुर मंडल में स्थित सभी रेलवे क्वार्टर में लगे सभी अच्छे सीलिंग पंखों को बदलकर नए रिमोट वाली पंखे लगाने का आदेश दिया। जिसके तहत सख्ती से सभी सरकारी कर्मचारियों के क्वार्टर में लगे 2 अच्छे चलते पंखे बदलकर 2 नए रिमोट वाले पंखे लगा दिए गए। मजे की बात यह है की पंखे तो 2 लगे है लेकिन उसका रिमोट सिर्फ 1 ही दिया गया था। तर्क दिया जा रहा था की यदि दिया हुआ रिमोट खराब होगा तब दूसरा रिमोट दिया जायेगा। रेलवे ने अपने इस तुगलकी आदेश को रद्द कर कर्मचारियों को दूसरे पंखे का भी रिमोट हर क्वार्टर में जाकर परिवार के सुपुर्द कर दिया है।
पंखे का दूसरा रिमोट मिलने से कर्मचारियों के परिवार में खुशी की लहर है। उन्हे अब रात में पंखे की गति कम करने हेतु बेटे, बहु को नींद से उठाना नही पड़ेगा। जिससे उनकी नींद भी सूखकर होकर पूरी होगी।
ज्ञात हो की रेलवे ने घर में लगे पंखे अच्छे चल रहे थे..फिर नए पंखों की क्या जरूरत! नए पंखे लगा दिए गए। अब परेशानियां हो गई थीं की एक क्वार्टर में एक परिवार रहता हैं। परिवार पति पत्नी, बेटा बहु, बेटी साथ में नाती पोते कुल यही 7 लोग राहनराजे हो। क्वार्टर में 3 रूम हो। और उसमे पंखे 2 सरकारी व बाकी निजी। यह बात समझ में आती है। लेकिन रिमोट एक होने से वह किस रूम में रखा जाए? बेटे, बहु के या फिर बूढ़े मां – बाप के?
यदि रात में पंखा बंद करना हो तो बाप को नींद से उठकर बेटे के रूम का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा था। जिससे उसकी नींद में भी खलल पड़ रहा था। यदि दो पंखे लगे है तो उसके साथ 2 रिमोट भी आते है। ताकि परिवार के सदस्य अपना अपना पंखा उससे चला सके।
लेकिन रेलवे के तुगलकी निर्णय से सभी को परेशानी का सामना करना पड़ा। कर्मचारी डर के कारण रेलवे के इस निर्णय को चुप चाप सहन कर रहे थे। लेकिन रेलवे के दूसरा रिमोट देने के निर्णय से अब कर्मचारियों के पास “2 पंखे, 2 रिमोट” हो गए है।
– डॉ. प्रवीण डबली,वरिष्ठ पत्रकार