बालाजी नगर में भागवत कथा जारी
नागपुर :-कलियुग में भागवत साक्षात श्रीहरि का रूप है। पावन हृदय से इसका स्मरण मात्र करने पर करोड़ों पुण्यों का फल प्राप्त हो जाता है। इस कथा को सुनने के लिए देवी देवता भी तरसते हैं और दुर्लभ मानव प्राणी को ही इस कथा का श्रवण लाभ प्राप्त होता है।श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है। उक्त आशय के उद्गार मानेवाड़ा के बालाजी नगर में जारी श्रीमद्भागवत कथा के दौरान भक्तों से कहे।
महाराज जी ने आगे कहा कि प्रत्येक मनुष्य को भागवत की संपूर्ण कथा का श्रवण करना चाहिए।आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास पूजा पाठ के लिए समय का अभाव हो गया है, जो कि सही नहीं है। मानव जीवन में भागवत कथा का बड़ा ही महत्व है।भागवत से भक्ति एवं भक्ति से शक्ति की प्राप्ति होती है तथा जन्म जन्मांतर के सारे विकार नष्ट होते हैं। शुद्धिकरण होता है। प्रतिदिन हमें अपनी व्यस्त दिनचर्या से प्रभु भक्ति के लिए समय अवश्य निकालना चाहिए। भागवत कथा सुनने से जन्म जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं। व्यासपीठ का पूजन यजमान देवीदास देशमुख परिवार ने किया। कथा का समय दोपहर 2 से 6 बजे तक रखा गया है।