नागपूर :- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सितारामन द्वारा संसद में 2025-26 का अर्थसकलन प्रस्तुति का सीधा प्रसारन टिम कैट नागपुर के सभागृह में व्यापारियों ने देखा। भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए यह निर्णय हुआ कि केंद्रीय सरकार ने देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने की दिशा में यह बजट बनाया गया है।
अपनी प्रतिक्रिया देते हुए टीम कैट नागपुर के संरक्षक किशोर धाराशिवकर ने कहा कि हमारी जो राष्ट्रीय प्रार्थना है वंदे मतरम। इस प्रार्थना के उद्देश्य के अनुसार यह बजट पेस किया गया है। जो स्वागत योग्य है।
टीम कैट नागपुर के प्रेसिडेंट राजकुमार गुप्ता ने कहा कि आयकर की छूट सिमा 12 लाख तक ले जाने से छोटे और मध्यम वर्गीय देशवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। इससे उनके सालाना खर्च करने के लिए अतिरिक्त रकम उपलब्ध हो जाएगी। वे बाजार में खर्च कर सकेंगे, जिससे बाजरो मे पैसे की तरलता और हो जाएगी। टीम कैट नागपुर के कानूनी सलाहकार निखिलेश ठाकर ने कहा कि आयकर कानून के संशोधन स्वागत योग्य है। स्रोत पर कर की कटौती की सीमा बढ़ने से लोगों के पैसे बचगे। रिटायर्ड, सीनियर सिटीजन, अकेली महिलाओं को ब्याज और किराया से आमदनी होने वाले को इसका बहुत लाभ मिलेगा। बाजार में पैसे की तरलता बढ़ेगी। टीम कैट नागपुर की महिला संयोगका ज्योती अवस्थी ने कहा कि बजट अच्छा है, लेकिन रेलवे के, एजुकेशन और महिलाओं के बारे में हमारे वित्त मंत्री ने कोई प्रावधान नहीं रखा है। रेलवे मैं वरिष्ठ नागरिकों को जो छूट मिलती थी वह चालू रखनी चाहिए।
प्रभाकर देशमुख ने कहा कि मध्य छोटे और मध्यम व्यापारियों के लिए बहुत ही अच्छे प्रावधान आए हैं। इन्हें ब्याज पर बगैर कॉलेटरल सिक्योरिटी के कर्ज मिलने के प्रावधान बहुत स्वागत योग्य है।
विनोद गुप्ता सचिन ने कहा कि केंद्रीय बजट आम जनता के पक्ष में है। ऐसा बजट भाषण के प्रावधानों से स्पष्ट होता है। किंतु कुछ क्षेत्र की ओर अंदेशा कर दिया गया है। रियल स्टेट एवं अन्य क्षेत्र पर भी ध्यान देना चाहिए था। कोषाध्यक्ष रविंद्र गुप्ता ने कहा कि मेडिक्लेम इंश्योरेंस पॉलिसी में जो जीएसटी लगता है उसको हटाना जरूरी है । इस दिशा में वित्त मंत्री ने ध्यान देना चाहिए था। भील गांव की दीपा पचौरी ने कहा कि एक बहुत ही सूझबूझ के साथ दूर दृष्टी रखते हुए बजट बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश में बनी वसतुएं कैसे उचित मूल्य पर बेची जा सके और युवाओं को उद्योगपति बनाने की दिशा मे ध्यान दिया गया है।
बजट के इस कार्यक्रम में प्रमुखता से उपस्थित थे बी सी भरतीया , मधुसूदन त्रिवेदी, सतीश बंग़ , प्रभाकर देशमुख आदि।