– विधायक समर्थक अवैध धंधेवाले की बल्ले बल्ले
कन्हान :- राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से भाजपा बैकफुट पर तो शिंदे गुट फ्रंट फुट पर राजनीति खेल रही है। क्योंकि भाजपा को सत्ता बचाये रखना है इसलिए शिंदे गुट की सिफारिशों की बिना तहकीकात के मानने से नागरिको में असंतोष का वातावरण निर्माण हो रहा है,यही हाल कन्हान का है,विधायक की सिफारिशपर शहर पुलिस में तैनात नेते को जल्द ही कन्हान थाने का निरीक्षक बनाये जाने की सूचना मिली है,समाचार लिखे जाने तक शहर पुलिस आयुक्त ने उनको ‘रिलीज’ नही किया है। सत्ता परिवर्तन के बाद से शिंदे गुट में शामिल हुए स्थानीय विधायक जिले या राज्य में भाजपाई कार्यक्रम या मंत्रियों के इर्द गिर्द नज़र आते है और अपने विधानसभा क्षेत्र में सरकारी सह गैर सरकारी कामकाजों में गैर हिस्सेदारी के काम करने नही देते है। इतना ही नहीं वे दर्जनभर गैर कानूनी काम करने वालो के समर्थक भी है,जैसे कोल वाशरी,कोयला चोरी,रेती चोरी,मुरुम चोरी,सत्ता पट्टी,MD बिक्री,अवैध शराब बिक्री आदि को समर्थन देते रहे है। इनके लिए खुलेआम थाने में कॉल लगाकर संबंधितों पर दबाव बनाते है,हाल ही में मुरुम चोरी में जांच करने वाले तहसीलदार को हड़काये तो उल्टे पांव भागे तहसीलदार। ऐसे में गृह मंत्रालय की सिफारिश पर कन्हान थाने में मनचाहे अधिकारी नेते की नियुक्ति करवाना कितना जायज है ? जब उक्त विधायक के सिफारिश पर नेते कन्हान के थानेदार बनेंगे तो उन्हें 100 % विधायक समर्थक अवैध धंधे वालों को नजरअंदाज करना होगा और उनके प्रतिस्पर्धी जायज या नाजायज धंधे वालों पर न चाहते हुए कार्रवाई करनी होगी। ऐसा हुआ तो क्षेत्र में अशांति का वातावरण का निर्माण हो सकता है।उक्त हालातो को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय के आला अभ्यासु अधिकारियों ने उक्त विधायक की सिफारिशों को नजरअंदाज कर कन्हान थाने में निष्पक्ष जिम्मेदारी निभाने वाले अधिकारी को थानेदार पद की जिम्मेदारी देनी चाहिए,ऐसी मांग कन्हान थाना क्षेत्र के आम जागरूक नागरिको ने शहर पुलिस आयुक्त सह गृहमंत्री से की है।