नागपुर :- श्री सम्मेदशिखरजी तीर्थयात्रा संघ द्वारा जैन समाज की सम्मेदशिखरजी तीर्थयात्रा का आयोजन 2 जनवरी से किया गया हैं। तीर्थयात्रा के संघपति दिलीप शांतिलाल जैन ने बताया यात्रा ने 23 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं यह इस वर्ष 24 वा वर्ष हैं। इस वर्ष नागपुर से करीबन 160 यात्री नागपुर से प्रस्थान करेंगे. जो व्यक्ति कभी अपने जीवन में सम्मेदशिखरजी गया नहीं, आर्थिक दृष्टि से सक्षम नहीं हैं ऐसे 40 व्यक्तियों को निशुल्क यात्रा संघ द्वारा कराई जा रही हैं। सम्मेदशिखरजी जैनों का पवित्र तीर्थस्थल हैं। कहा जाता हैं की जीवन में एक बार सम्मेदशिखरजी की यात्रा जरूर करना चाहिए। सम्मेदशिखरजी में जैन धर्म के 24 में 20 तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि हैं। देशभर से श्रद्धालु यहां आते रहते हैं। दिलीप शांतिलाल जैन ने आगे बताया 2 जनवरी को सभी यात्री नागपुर रेल्वे स्टेशन से रेल द्वारा प्रस्थान करेंगे। 3 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे बजे मधुबन पहुचेंगे। सभी यात्री 3 जनवरी को सभी यात्रियों का मधुबन में आगमन होगा। दोपहर में मंदिरों के दर्शन करेंगे।4 जनवरी को तडके 4 बजे सम्मेदशिखरजी की 27 कि. मी. वंदना करेंगे। सभी यात्रियों के निवास की व्यवस्था मधुबन स्थित बीसपंथी कोठी में की गई हैं। 4 जनवरी को श्री आदि मंदिर बीसपंथी कोठी में शाम 7 बजे 48 दीपों द्वारा भक्तामर आराधना वंदना महेंद्र जैन के द्वारा होगी। 5 जनवरी को सुबह 6 बजे से श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान होगा। दोपहर 2 बजे से जिनालयों की सामूहिक वंदना होगी। शाम 7 बजे से संगीत संध्या एवं भजन स्पर्धा होगी जिसके संयोजक सुनील आगरकर, प्रकाश मारवडकर, डॉ. नरेंद्र भुसारी, प्रशांत पांडवकर, सूर्यनगर महिला मंडल हैं। 6 जनवरी को सुबह दर्शन, पूजन और नाश्ते के बाद मधुबन से पारसनाथ स्टेशन और वहां से सभी यात्री नागपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। 7 जनवरी को सभी यात्री नागपुर पहुंचेंगे। संघ द्वारा सभी यात्रियों की निवास, भोजन की व्यवस्था निशुल्क की गई हैं। यात्रा सुचारू से चले इसके लिए संयोजन समिति सदस्य शरद मचाले, कुलभूषण डहाले, शशिकांत बानाईत, प्रशांत सवाने, महेंद्र जैन वाडी, धवन जैन, ललित जैन, दीपक मंगलचंद जैन प्रयासरत हैं।