– किसान पांदन रस्ते के इंतजार में
– बोरगाव -धुरखेड़ा के किसानों की मातोश्री ग्राम समृद्धी सड़क (पांदण सड़क) निर्माण की मांग
कोंढाली :- विगत जनवरी २०२४ में धुरखेडा/बोरगाव के किसान महेश तीवारी तथा इस क्षेत्र के किसानों ने पांदन रस्ते की मांग की थी. ग्राम पंचायत धुरखेडा/बोरगाव द्वारा यहाँ के किसानों के लिये पादन रस्ता बनाने की मांग भी की गयी थी. लेकिन ठिक वर्ष के बाद भी यहाँ के किसान पांदन रस्ते से उपेक्षित ही है. एक ओर सरकार पांदन रस्ते निर्माण का ढिंढोरा पीट रही है. वहीं बोरगाव /धुरखेडा के किसानों की आवश्यक मांग पुर्ण नही हो रही.
नागपूर जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे से यहाँ के पांदन रस्ता निर्माण के लिये उपेक्षित किसानों ने पांदन रस्ते कि पुन्हा मांग की है.
केंद्र तथा राज्य सरकार देश को समृद्ध बनाने के लिये समृद्ध तथा महासमृद्धी राज मार्ग पर अरबों रूपयों खर्च कर रही है. यह कार्य सराहणिय कार्य है. लेकिन देश को समृद्ध बनाने में किसानों की भुमीका सबसे अधिक है. इस लिये सरकार द्वारा किसानों के लिए खेत तक जाने के लिए सड़क का निर्माण बहुत जरूरी है। जब कृषि के लिए सड़क नहीं है, तो फसल को सही समय पर बाजार में लाना मुश्किल है। बाजार मूल्य कम होने के कारण किसानों को भारी नुकसान होता है। इसलिए मातोश्री ग्राम समृद्धि पाणंद मार्ग/पालकमंत्री पांदन मार्ग योजना किसानों के लिए बहुत उपयोगी होती है।
मातोश्री ग्राम समृद्धि खेत पाणंद सड़क योजना
मातोश्री ग्राम समृद्धि शेत पानानंद रास्ता योजना के साथही पालक मंत्री सडक योजना के माध्यम से शुरू की गयी है। महात्मा गांधी रोजगार योजना के तहत मातोश्री शेत राज्य योजना/पालकमंत्री पांधन योजना लागू की गयी है।
ग्रामीण क्षेत्रों में 85 प्रतिशत किसानों को अपने-अपने खेतों तक पहुंच मार्ग तक नहीं है। ऐसे में किसानों को अपने-अपने खेतों में पहूंचने के लिये कई संकटों का सामना करना पडता है. साथ ही अनेक बार समिपस्थ किसानोंके साथ गहरे मतभेद हो जाते है. ऐसे में खेती बोने से लेकर फसल कटाई तक तथा फसलो घर या बाजार ले जाने तक भारी कठिनायां झेलनी पडती है. धुरखेडा -बोरगाव- शिरमी के किसानों के खेतों तक पहूंचने के लिये पांधन सडक को लगकर सात बारा पर सरकारी जमिन दर्शायी गयी है, इसकी यह जानकारी धुरखेडा -बोरगाव -शिरमी के किसनों ने दी है, यहां के किसान महेश तिवारी, ज्ञानेश्वर सेलोटे, हेमलता पांडे,अंसार बेग,अशोक जुनघरे, देविदास जुनघरे,संजय जुनघरे, किशोर जुनघरे,नारायण काकडे, की खेती इस क्षेत्र में है. इन के साथ ही अनेक किसानों को खेतों तक पहूंचने में अनेक कठिनायां झेलनी पडती है.इन सभी किसानों नें पांदण सडक मार्ग की मांग की है. यहाँ के किसानों द्वारा ग्रा प धुरखेडा -बोरगाव के सरपंच निकिता भोंगले उपसरपंच पवन पेंदाम तथा ग्राम सचीव वानखेडे से कर पांदन रस्ता निर्माण के लिये प्रस्ताव तयार कर पुर्व मंत्री तथा पुर्व विधायक अनिल देशमुख, पुर्व विधायक तथा विद्यमान पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, पुर्व पालकमंत्री पालक मंत्री तथा विद्यमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा किसानों के हितार्थ पांदन रस्ता निर्माण की प्रशासकीय, तकनिकी, अंतिम मंजुरी देकर पांधन सडक निर्माण के लिये विकास निधी मंजूर कराने की मांग स्थानिक किसानों द्वारा की गयीथी.
स्थानिय किसानों ने बताया की पांदण सडक के आभाव के चलते किसानों कों उनके फसलों के उत्पादन का सही समय सही बाजार मूल्य प्राप्त करने के लिए सही समय पर माल को बाजार में पहुंचाना बहुत जरूरी है। इसलिए सड़क के महत्व को रेखांकित करते हुए मातोश्री पांदण रास्ता योजना के तहत अथवा पालकमंत्री पांधन सडक निर्माण करने की मांग की है. जो कृषि के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
काटोल तहसील में कोंढाली क्षेत्र के किसानों के खेतों में पहूंचने के लिये कृषि सड़कों की बहुत आवश्यकता है। हालांकि बारामासी फसलें आर्थिक रूप से व्यवहार्य होती हैं, लेकिन खेती के लिये जोड सड़क न होने के कारण किसान ऐसी फसलों की खेती करने पर विचार नहीं करते हैं। खेतों तक सड़कों की कमी किसानों को विभिन्न फसलें प्राप्त करने में एक बड़ी बाधा बनती है, किसानों को माल ढुलाई या अन्य उद्देश्यों के लिए उनके खेतों तक ले जाने के लिए पक्की सड़क बनाने की मांग की गयी है। पर शिरमी के पहाडी के समिप के किसान को अपने खते तक पहूंचने के लिये वन विभाग की अनुमती की आवश्यक है. वन विभाग द्वारा यहां के पांधन सडक निर्माण के निरिक्षण कर मंजूरी देने की मांग धुरखेडा के सरपंच निकिता भोंगले उपसरपंच पवन पेंदाम द्वारा भी की गयी है.
साथ ही रोजगार गारंटी योजना के तहत रोजगार चाहने वाले व्यक्ति को अकुशल रोजगार उपलब्ध कराना
ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक आधारभूत संरचना का निर्माण करना।
प्रत्येक गांव में औसतन 5 किमी तक शेत(खेत)पाणंद सडक का निर्माण के उद्देश्य
मातोश्री शेत सडक निर्माण योजना से चौतरफा बारहमासी कृषि सड़कों, सभी खेतों के लिए उपयुक्त गुणवत्ता के पांदान मार्ग बनाने के लिए है.। किंतू मंजूर निधी, से किसान समृद्धी सड़के(पांदण सड़क) का निर्माण नही हो पाती.
काटोल तहसील धुरखेडा के सरपंच -उपसरपंच तथा सदस्यों द्वारा दी गयी किसानों के साथ ही यहां के किसान संजय राऊत, महेश तिवारी,याकूब पठाण, ज्ञानेश्वर सेलोटे,अंसार बेग,गौरीशंकर तिवारी,,रीयाज़ शेख ,मनोहर उमाळे, शामराव भोंगले,कुणाल भांगे, विठ्ठलराव उके, चिखली के सरपंच राजकुमार चोपडे ,किसान महेश तिवारी, आयुष्यमान पांडे, आदी द्वारा की गयी है.
किसान समृद्धी मार्ग (पी.आर.डी.ए.)
के लिये एक अलग विभाग के तहत विषेश निधी के प्रावधान की राज्य तथा केंद्र सरकार से की है.
*किसानों की समृद्धि के लिए PRDA (पंधान सड़क विकास प्राधिकरण-) की स्थापना भी हो*
नागपुर-मुंबई समृद्धि राजमार्ग-नागपुर-गोवा शक्ति पीठ समृद्धि राजमार्ग का निर्माण अत्याधुनिक सुविधाओं और सुविधाओं के साथ किया जा रहा है। यह महाराष्ट्र राज्य के लिए गर्व की बात है।
लेकिन किसानों की समृद्धि के लिए केंद्र या राज्य सरकार की ओर से पर्याप्त फंड नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की समृद्धि (सड़कों का निर्माण) अभी भी मिट्टी,किचड़ में ही दबा हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार NHAI और MSRD के तहत संपूर्ण राज्य में अरबों रूपयों की समृद्धी/महासमृद्धी सड़के जरूर बनाऐं. लेकिन
यदि किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करने के लिए MMRDA के धरती पर (पांधन रोड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PRDA)) जैसी प्रणाली स्थापित की जानी चाहिए जिससे , तो किसान समृद्ध होंगे और यह राज्य के लिए गर्व की बात होगी यह मांग साथ ही किसानों के प्रगती के लिये पांधन रोड प्राधिकरण के विषय में सरकार निधी उपलब्ध करवाऐं, यह मांग भी स्थानिक किसानों द्वारा की गयी है.