चुनौतीपूर्ण जीत के लिए अनुभवी व सक्षम उम्मीदवार की सख्त जरुरत या फिर WALKOVER की तैयारी
नागपुर – 10 दिसंबर को होने जा रही नागपुर जिला स्थानीय स्वराज संस्था से विधानपरिषद चुनाव के लिए अंततः भाजपा ने सर्वगुण संपन्न उम्मीदवार की घोषणा कर कांग्रेस खेमे में चिंतन को मजबूर कर दिया।ऐसे में स्थानीय कोंग्रेसी नेता एकजुट होकर राजेंद्र या फिर एकजुटता होते न देख राजेंद्र के मना करने पर नरेंद्र को मौका दे सकती हैं.
कड़वा सत्य है कि भाजपा उम्मीदवार चंद्रशेखर बावनकुले के सामना करने के लिए राजेंद्र तब सक्षम साबित होंगे जब कांग्रेस पिछले स्नातक क्षेत्र चुनाव में दिखाई एकजुटता की तर्ज पर इस चुनाव को भी ले.
दूसरी ओर या भी कहा जा रहा कि राजेंद्र उसी शर्त पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार होंगे,जब कांग्रेस नेताओं में एकता दिखेगी,वर्ना चुनाव लड़ने की मंशा त्याग देंगे।
इस सूरत पर कांग्रेस के पास नरेंद्र ही एकमात्र पर्याय दिख रहा,जो रूचि दिखा रहा,क्यूंकि उसके समर्थक नेता ने उन्हें पूर्ण आश्वासन जो दे रखा हैं.
यह भी चर्चा है कि नरेंद्र की उम्मीदवारी तय होते ही भाजपा की राह आसान समझी जा रही.
उल्लेखनीय यह है कि पिछले स्थानीय स्वराज संस्था के चुनाव की भांति इस चुनाव में भी गर भाजपा और कांग्रेस में समझौता हो गया तो भाजपा नागपुर की सीट के बदले कांग्रेस को अन्य सीट छोड़ सकती हैं.
अब देखना यह है कि जैसे जैसे मतदान के दिन नजदीक आते जाएंगे,वैसे वैसे रोजाना नया नया समीकरण बदलते जाएंगे।मतदाताओं की तीव्र इच्छा है कि इस बार दोनों पक्षों के मध्य चुनाव हो तो ही मतदाताओं को लाभ होगा,वर्ना पिछले चुनाव की तरह निराशा न हाथ न लग जाए,यह भी चिंता सता रही हैं.