– सचिव, कोयला मंत्रालय अमृत लाल मीणा ने ऑनलाइन किया उद्घाटन
नागपूर :-दिनांक 26.09.2023 को वेकोलि के पाथाखेड़ा क्षेत्र की तवा भूमिगत खदान में कंटीन्यूअस माइनर का उद्घाटन किया गया। कोयला मंत्रालय, भारत सरकार, के सचिव अमृत लाल मीणा, भा.प्र.से ने ऑनलाइन माध्यम से यह उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह में वेकोलि के सीएमडी मनोज कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में भूमिगत खदान में मशीनीकरण के महत्व एवं कंटीन्यूअस माइनर की वेकोलि में उपयोगिता के विषय पर, विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि वेकोलि में भूमिगत खनन के जरिए वर्ष 2022-23 में 2.89 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया गया, जिसे वर्ष 2030 तक 10 मिलियन टन प्रति वर्ष तक बढ़ाने की योजना है। उन्होंने आगे कहा कि इसके पूर्व, पहला कंटीन्यूअस माइनर तवा-II खदान में एवं दूसरा छतरपुर-1 खदान में लगाया गया था। उन्होंने कहा कि इस मशीनीकरण से पाथाखेड़ा क्षेत्र का कोयला उत्पादन वर्तमान के 12 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़कर वर्ष 2030 तक 30 लाख टन प्रति वर्ष हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि तवा-II एवं छतरपुर-1 खदान में कंटीन्यूअस माइनर लगाने से कोयला उत्पादन के व्यय में क्रमशः 1000/- रूपए प्रति टन एवं 2200/- रूपए प्रति टन की कमी दर्ज की गई है। तवा-2 खदान में आउटपुट पर मैन शिफ्ट (ओएमएस) में 25% एवं छतरपुर-1 में 214% की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी तकनीकी पहल से व्यय में कटौती और मुनाफे एवं उत्पादकता में वृद्धि संभव हो सकेगी।
सचिव, कोयला मंत्रालय अमृत लाल मीणा में अपने संबोधन में वेकोलि को इस तकनीकी पहल के लिए शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि भारत में भूमिगत कोयला खनन के माध्यम से केवल 4% कोयला उत्पादन किया जाता है, जिसे देश की बढ़ती कोयला आवश्यकताओं के अनुरूप बढ़ाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस माध्यम से भूमि तथा जंगल से संबंधित समस्याएँ कम होंगी तथा उत्पादन में विस्तार होगा।
कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी. एम. प्रसाद ने अपने संबोधन में बताया कि विस्तृत मशीनीकरण से कोयला उत्पादन में वृद्धि हासिल की जा सकती है। उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड में आगे भी भूमिगत खदानों में कंटीन्यूअस माइनर जैसी आधुनिक तकनीकी अपनाने पर ज़ोर दिया।
उद्घाटन समारोह में वेकोलि के निदेशक तकनीकी (संचालन) जे. पी. द्विवेदी, सीएमडी के तकनीकी सचिव तरुण कुमार श्रीवास्तव, महाप्रबंधक गण, विभागाध्यक्ष, संचालन समिति के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे। ऑनलाइन माध्यम से कोयला मंत्रालय के अपर सचिव नागराजू एवं विस्मिता तेज, सीआयएल के कार्यकारी निदेशकगण और सीवीओ, अनुषंगी कंपनियों के सीएमडी तथा वरिष्ठ अधिकारी गण जुड़े।