– तहसीलदार,पुलिस विभाग के साझेदारी होने से रेत माफिया बेखौफ?
नागपुर/सावनेर – कोच्छी रेती घाट से सटे खेत में रेती मिश्रित मिट्टी निकालने के नाम पर उसी खेत में रायवाडी नदी से अवैध उत्खनन कर रेती जमा कर उसे बेचने का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा है ? सावनेर तहसील कार्यालय और खापा थाना क्षेत्र में इन दिनों रेत माफिया खनिज व पुलिस की मिलीभगत से अवैध उत्खनन कर नदी नालों और खेतों से अधिक लाभ कमाने के लिए प्रशासन से सांठगांठ कर मशीन के सहारे रेत का अवैध उत्खनन कर रेती का व्यवसाय बिना किसी रोक टोक किया जाने की चर्चा हो रही है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस पर रेत माफिया द्वार अपर जिलाधिकारी को ही अपना पार्टनर होने जी बात सामने आ रही है इसी का धौंस दिखा कर रायवाडी घाट से अवैध उत्खनन कर रोजाना 30 से 40 ट्रक रेती कोच्छी घाट से लगे खेत में लाकर जमा किया जा रहा है. फिर जमा की गई रेती को WR (Without Royalty) में 10 चक्का ट्रक को 17000 से 19000 मूल्य में बेची जा रही है । दरअसल इन रेत माफियाओं पर अधिकारी और पुलिस प्रशासन का संरक्षण होने के कारण रेत कारोबारी खापा क्षेत्र सीमावर्ती इलाकों से दिन रात रेत के अवैध उत्खनन का कारोबार जोरों पर कर रहे हैं। रेत का अवैध खनन होने की जानकारी स्थानीय अधिकारी सहित जिला प्रशासन को भी है। फिर भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है ये समझ से परे है । स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेती अवैध उत्खनन का काम बंद करने के लिए न तो ग्रामीण क्षेत्रों में विभागीय अधिकारी दौरा कर रहे हैं और न ही कोई ठोस कार्रवाई अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिली है। जिसका अवैध कारोबारी भरपूर फायदा उठा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि अगर रेत माफिया का विरोध भी किया जाता है, तो उन्हें रेत माफिया के की ओर से धौंस देकर डराया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर शासन प्रशासन से मदद मांग भी ले तो उन्हें किसी का सहारा नहीं मिलता। ग्रामीणों की मांग है की जल्द से जल्द रेत के अवैध उत्खनन पर रोक लगाई जानी चाहिए।