राष्ट्रीय महामार्ग पर सैकड़ों अर्जुन वृक्ष सुरक्षित
– भदंत नागार्जुन सुरेई ससाई ने माना केंद्रीय मंत्री गडकरी का आभार,मनसर ही बोधीसत्व नागार्जुन का जन्मस्थान
नागपुर :-आयुर्वेद व रसायन के जनक, महायान (बुध्दीजम)के संस्थापक बोधिसत्व नागार्जुन का जन्म स्थान मनसर स्थित राष्ट्रीय महामार्ग पर सड़क निर्माण करते हुए सैकड़ों अर्जुन वृक्षों की कत्तल होगी, ऐसा भय था। परंतु, अभियंताओं ने कुशलता और कल्पकता का उपयोग करने से अर्जुन वृक्ष को धक्का तक नहीं लगा। इससे सैकड़ों वृक्ष सुरक्षित है। खास बात यह है कि, वृक्षों के चारों ओर सुरक्षा कवच लगाए गए हैं। यह जानकारी दीक्षाभूमि स्मारक समिति के अध्यक्ष तथा धम्मसेना नायक भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई ने संवाददाता सम्मेलन में दी।
तथागत गौतम बुद्ध के जन्म के 600 वर्ष बाद बोधिसत्व नागार्जुन का जन्म विदर्भ में हुआ ऐसा उल्लेख कुमारजीव ने नागार्जुन के जीवन चरित्र में किया है। परंतु उनका जन्म कहां हुआ इसका उल्लेख नहीं। बोधिसत्व नागार्जुन के 100 वर्ष बाद जन्मे कुमारजीव ने महायान त्रिपिटक चीनी भाषांतर किया। भदंत सुरेई ससाई ने मनसर में उत्खनन कर अनुसंधान किया और मंदसौर ही नागार्जुन का जन्म स्थान है यह घोषित किया। इसलिए रामटेक, मनसर, नागार्जुन टेकडी और क्षेत्र में सैकड़ों अर्जुन वृक्ष देखने को मिलते हैं। रामटेक- तुमसर इस राष्ट्रीय महामार्ग के दोनों और 300 के करीब अर्जुन वृक्ष है। 40 से 50 फुट ऊंचे यह वृक्ष देख मन प्रफुल्लित होता है, ऐसा भी ससाई ने कहा।
हाल ही में रामटेक तुमसर इस राष्ट्रीय महामार्ग का निर्माण कार्य हाथ में लिया गया। इससे सड़क के दोनों ओर के इन बडे बड़े वृक्षों की कत्तल होगी, ऐसा डर था। शुरू में सड़क निर्माण कार्य में नागार्जुन टेकडी के नीचे वाले पांच वृक्षों के कत्ल की गई थी। इससे उनके मन पर भारी आघात हुआ हुआ, एैसा ससाई ने बताया।
इस बारे में राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण रामटेक कार्यालय के अधिकारियों से चर्चा की तथा रामटेक के पूर्व विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर ज्ञापन सौंपा। इस समय अर्जुन वृक्ष का महत्व बताया। गडकरी ने ससाई की भावनाओं को ध्यान में रख तुरंत अधिकारियों को निर्देश दिए। सड़क निर्माण करते हुए एक भी वृक्ष नहीं टूटेगा, इसके दखल देने को कहा। अभियंता और अधिकारियों ने कल्पकता और कुशलता का उपयोग करने से सैकड़ों वृक्ष सुरक्षित है। सड़क के दोनों ओर अर्जुन वृक्षों के चारों ओर सुरक्षा कवच भी बनाए गए हैं। सड़क निर्माण करते हुए अर्जुन वृक्ष सुरक्षित रखने पर सुरेई ससाई ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार माना है।
700 अर्जुन वृक्षों का रोपण
सुरेई साई ने आयुर्वेदाचार्य नागार्जुन के जन्म स्थान पर लगभग 700 अर्जुन वृक्ष लगाए हैं। बोधिसत्व नागार्जुन महाविहार, नालंदा महाविहार, मंजूश्री महाविहार, किसा गौतमी विहार क्षेत्र में बड़ी मात्रा में वृक्षारोपण किया। अब यह वृक्ष बड़े हो रहे हैं.
@ फाईल फोटो