शहर वासियों का प्रशासन से सवाल कहां से जाएं पदयात्री…!
पदयात्री सड़क पर वाहनों की भीड़ के बीच ही पैदल चलने को मजबूर हैं। ऐसे में कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस पर किसी का ध्यान नहीं है।
फुटपाथ पर बनें पक्के बांधकाम और कंक्रीट कर लगा गए टाइल्स को उखाड़ किया जाएगा सफाया या फिर मुख दर्शक बनें देखता रह जाएगा प्रशासन?
सावनेर – सावनेर में बस स्टैंड से लेकर अधिकतर सड़कों पर बने फुटपाथ सब अतिक्रमण के शिकार हैं। सावनेर में एसी बहुत सी सड़के हैं, जहां फुटपाथ तो है, लेकिन आप उस पर फुट यानी पैर तक नहीं रख सकते। पैदल चलने वालों के लिए बनाए गए फुटपाथ पर कहीं अवैध पार्किंग बनी है, तो कहीं बड़े व्यापारियों ने आपने कब्जे में ले लिया है और बचीं कुछ जगहों पर बाज़ार लग रहे है।पैदल राहगीरों की सुविधा के लिए बनाए गए फुटपाथ को कुछ व्यापारियों ने अपनी जागीर समझ लिया है। यही वजह है कि पूरे शहर में फुटपाथ गायब है। पैदल राहगीरों को चलने के लिए फुटपाथ नसीब नहीं हो पा रहा है। फुटपाथ पर दुकानदारों के अवैध कब्जे से जाम की समस्या से सावनेर के लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गया है। वहीं, बढ़ती आबादी के साथ यह समस्या और भी विकराल होती जा रही है।
सावनेर में आजकल मानों नया ट्रेंड चल रहा है जिसमे बड़े बड़े व्यापारियों ने आपने दुकान के सामने वाली प्रशासन के फुटपाथ की जगहों पर अच्छे खासे पक्के बांधकाम के साथ साथ फुटपाथ पर कंक्रीट कर टाइल्स लगा कर फुटपाथ को अपना कब्जे में ले लिया है जहा उनके ग्राहकों के लिए पार्किंग से लेकर अपने दुकान का अच्छा खासा माल फुटपाथ पर रखने लगे है और खास बात तो उनकी यहाँ है कि आम राहगीरों को वहा से चलना उन्हें बिलकुल भी बरदास नही किया जाता है. जिसका जीता जागता दृश्य सावनेर के बस स्टैंड से लेकर बाज़ार चौक तक देखा जा सकता है ।
सावनेर में अतिक्रमण की कितनी भी कार्रवाईया नगर परिषद प्रशासन द्वारा भले ही की जाती हो परंतु अतिक्रमण करनेवाले टस से मस नही होते मानों अतिक्रमण की कार्रवाई इन अतिक्रमण करने वालों के लिए एक वीकेंड की तरह होता है फिर दो दिन बाद से अपनी जगहों पर वापिस हो जाते है, फुटपाथ पर अतिक्रमण की समस्या पुरानी है। तमाम दावों के बावजूद अतिक्रमण से राहत नहीं मिल रही है, जिससे लोग परेशान होते हैं। सबसे अधिक परेशानी पैदल चलने वालों को होती है। वहीं, जिन सड़कों पर फुटपाथ बना भी है, वहां अवैध रूप से कब्जे की समस्या से आम जनता जूझ रही है। फुटपाथ पर अवैध कब्जों के कारण पैदल राहगीर सड़क पर आ गए हैं। सड़क हादसों में जान गंवानी पड़ रही है। नागरिकों की प्रशासन से मांग है की जल्द से जल्द इन अतिक्रमण करने वाले एवं फुटपाथ पर अवैध कब्ज़ा करनेवाले वाले बड़े व्यापारियों के पक्के बांधकाम को तोड़ कर फुटपाथ को आम नागरिकों के पैदल चलने के लिए खुला किया जाए।