– कांग्रेस विचार जनजागृति अभियान ने किया वेरायटी चौक पर प्रदर्शन
नागपुर :-भले ही आज बीजेपी और संघ आपातकाल का कितना भी दुष्प्रचार करे मगर तत्कालीन संघ प्रमुख मधुकर दत्तात्रेय देवरस ने पुना की येरवडा जेल से 1० नवंबर 1975 को पत्र लिखकर सर्वो’च न्यायालय व्दारा इंदिराजी के चुनाव की वैधता को स्वीकार करने पर बधाई दी थी.
आपातकाल में संघ की गतिविधियां प्रतिबंधित कर दी गई थी तब देवरस ने इंदिरा गांधी को कई पत्र लिखे थे ऐसा ही एक पत्र देवरस ने मंम्बई के सेन्ट जार्ज अस्पताल के वार्ड नं. 14 से लिखा था कि हमारे संगठन की शक्ति का उपयोग देश के विकास में लिया जाना चाहिए और इंदिरा गांधी से अनुरोध किया था की वे हमारे तर्को पर विचार करेंगी और संघ के बारे में जो गलत फहमिया हैं उन्हे दुर करेंगी.
विनोबा भावे को देवरस ने लिखे पत्र मे विश्वास दिलाया था की संघ के स्वयंसेवक इंदिरा गांधी के नेतृत्व में घोषित कार्यक्रम को क्रियान्वयन मे भाग लेंगे ताकी देश की प्रगती और विकास को सुनिश्चित किया जा सके. संविधान में केंद्र सरकार को कुछ विषम परिस्तिथियों में आपातकाल लागू करने का अधिकार दिया है मगर आरएसएस और बीजेपी के नेता संविधान विरोधी होने की वजह से हमेशा जनता को गुमराह कर दिवंगत प्रधानमंत्री की छबि को खराब करने का 49 साल से निंदनीय काम कर रहे है. इसका निषेध कांग्रेस विचार जनजागृति अभियान नागपुर की ओर से वेरायटी चौक गांधीजी के पुतले के पास किया गया.
इसमें प्रमुख रूप से नगर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष प्रा. अनिल शर्मा, संयोजक तनवीर अहमद, प्रवक्ता एड.शिरीष तिवारी, एड. किरण मोहिते, वासुदेव ढोके, रवी पराते, आनंदसिंह ठाकुर, भिमराव लांजेवार, संग्रामसिंग परिहार, अजहर हुसैन, नरेश खडसे, ताराचंद हाडके, नसीम अनवर, किसन निखारे प्रकाश सालुंके, बशीर खान, रमेश वरूडकर, राजु जिवने, गजानन यादव, भिमराव हाडके, श्याम बागुल, किरण शिरपूरकर, प्रभाकर काले, अब्दुल कदिर, राधेश्याम ठाकूर, सुखराज पाल, सुरेश हेडाऊ, सचिन वानखेडे, अब्दुल रशिद, फिरोज पठाण, मामा राऊत, गणेश पाल. आदि उपस्थित थे.