– दिनेश दमाहे ,मुख्य संपादक
– नागपुर के सात व्यापारियों ने कुल 6 करोड़ 58 लाख 30 हजार रुपए निवेश कॉरबिट कॉइन में किए था !
– आरोपियों में बुरान, अहमद और मोहम्मद बेगम ने होटल सेंटर प्वाइंट नागपुर में डेरा डाला था
नागपुर – भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में अनेक प्रकार की करेंसी निवेशकों की तादाद बढ़ने के साथ, इस क्षेत्र से संबंधित क्राइम व धोखाधड़ी की संख्या भी बढ़ गई हैं। हाल ही में ऐसी ही एक घटना नागपुर में सामने आई हैं, नागपुर के सात व्यापारियों ने कुल 6 करोड़ 58 लाख 30 हजार रुपए निवेश कॉरबिट कॉइन में किए था | जिसमें निवेशकों का विश्वास जितने के लिए उन्हें 1 करोड़ 89 लाख 60 हजार रुपए वापस किए गए,लेकिन 4 करोड़ 68 लाख 70 हजार रुपए अभी भी वापस नहीं मिले हैं। सूत्रों की मने तो नागपुर के और भी बड़े बड़े नामचीन व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी हुआ है परंतु बदनामी के डर से व्यापारि अभी सामने आने से कतरा रहे है।
प्राप्त जानकारी अनुसार ज्यादा मुनाफे के लालच में निवेशक संतोष अंबादास लोंडे (48) चेतक अपार्टमैंट,द्रोणाचार्य नगर निवासी और अन्य छह निवेशकों ने फरेक्स ट्रेडिंग और कॉरबिट कॉइन में निवेश किया था। इसके लिए आरोपी मोहम्मद हबीब मोहम्मद हनीफ (39) कर्नाटक गुलशन-ए-अरफान कालोनी, मोहम्मद अब्बास मोहम्मद यूसुफ (34) अहमदगढ़ पंजाब, मोहम्मद बेगम जुनैदी मोहम्मद शेख (27), अहमद शेख (27) और बुरान शेख (26) ने झांसा दिया था, कि उनकी फर्म क्रिप्टो करेंसी और कॉरबिट कॉइन में निवेश करने पर कम समय में ज्यादा मुनाफा देती हैं। इस फर्जीवाड़ा में निवेशक संतोष लोंडे को रुझने के लिए आरोपियों ने पहले हैदराबाद के हयात होटल में बुलाया जिसके लिए आरोपियों के तरफ से हवाईजहाज की टिकट और रुकने की व्यवस्था किया गई थी |
दूसरी बार आरोपियों में बुरान, अहमद और मोहम्मद बेगम ने होटल सेंटर प्वाइंट नागपुर में डेरा डाला था तथा सभी आरोपियों का नागपुर में अनेक होटलों में आना जाना लगा रहा । उसके बाद निवेशकों को लुभाने के लिए आरोपियों द्वारा कभी मुंबई ,पुणे ,गोवा अलग अलग शहरों में बैठकें ली जाती थी । संतोष के मुताबिक अधिकतर होटलों में करीब 100 से 200 निवेशक नज़र आते थे | यहाँ पूरा सिलसिला 5 मार्च 2021 से 4 जनवरी 2022 के बीच चलता रहा । संतोष और कुछ निवेशकों को 3 माह इन्वैस्टमैंट की रिटर्न (रकम) बराबर प्राप्त होते रहे, जिसके लालच में ओर भी बड़े बड़े व्यापारी निवेशक के रूप में आरोपियों से जुड़ते चले गए ?
जब कुछ माह बाद संतोष और कुछ निवेशकों को निवेश की रिटर्न (रकम) आना बंद हो गया, जिसके बाद निवेशकों का आरोपियों से कोई संपर्क भी नहीं हो रहा है । उक्त घटना में निवेशकों को अपने साथ हुए धोखाधड़ी का अहसास होने पर सोनेगांव पुलिस थाने में 20 जनवरी को जानकारी दी । जांच-पड़ताल के दौरान घटित प्रकरण की पुष्टि होने पर 24 जनवरी 2022 को आरोपियों के खिलाफ, भारतीय दंड संहिता की धारा ४२०,४०६,३४ के तहत मामला दर्ज किया गया हैं। जांच-पड़ताल मे आगे और भी नाम उजागर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है |