नागपूर :- लोक कर्म विभाग (पीडब्ल्यूडी) की रीढ़ की हड्डी माने जानेवाले कनिष्ठ अभियंताओं (जेई) को पिछले 25 वर्षों से पदोत्रति नहीं मिली है। विभाग में उपविभागीय अभियंता के 467 पद खाली होने के बाद भी सरकार पदोन्नति देने में कंजूसी बरत रही है।
लोक कर्म विभाग में सिविल, इलेक्ट्रिकल व मैकेनिक सेक्शन में काम करनेवाले कनिष्ठ अभियंता पिछले 25 वर्षों से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। नागपुर समेत राज्य में 3 हजार से ज्यादा कनिष्ठ अभियंता हैं। 25 साल की सेवा दे चुके 50 कनिष्ठ अभियंता और 20 साल की सेवा दे चुके 250 कनिष्ठ अभियंता है। सरकार ने सीधी भर्ती प्रक्रिया के तहत उपविभागीय अभियंता के 50 पद भरने का निर्णय लिया है, लेकिन वर्षों से विभाग की सेवा कर रहे इन कनिष्ठ अभियंताओं की उपेक्षा की जा रही है। मंत्रियों की आवभगत में आगे रहनेवाले कनिष्ठ अभियंताओं पर सरकार विचार नहीं करने का आरोप है। कनिष्ठ अभियंता संगठन ने कई बार सरकार को निवेदन देकर पदोन्नति सूची जारी करने की मांग की है। सरकार से केवल आश्वासन ही मिल रहा है।